मां ..सबकी मम्मी रंग बिरंगी साड़ी पहनती हैं और तू"" सफेद साड़ी"" ही पहनती ""ना चूड़ी ना बिंदी""
... बड़ी बहन कहती है ,मुझे पता है क्योंकि हमारे पापा तारा है
वे हमें देख सकते हैं लेकिन हम सिर्फ रात देख मे..
.धीरे-धीरे समय बीता हैं दोनों बड़े हो जाते हैं ,मां सिलाई की दुकान कर घर चलाती,,दोनों बच्चों की जिम्मेदारी बहुत अच्छे से निभाती है ...किसी बात में मां बेटे का झगड़ा हो जाता है तभी बेटा मां से कहता है ...""मां तुने मेरे लिए किया ही क्या है""
मां निशब्द रह जाती है.... "बोली मेरे लिए सबसे दुखद....
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