वह मेरी आंखों का तारा,
वह मेरी मुस्कान है,
उसी देख ,मै बनी ऊर्जावान हूं।
देखा उसे जब पहली बार,
रंग गोरा ,आंखों में कशिश, गालों पर डिंपल ,लबों पर मुस्कान है...
उसी देख ,मै बनी ऊर्जावान हूं।
उसे बड़ा करते-करते देख,
जिया मैने अपना बचपन।
उसका चलना, दौड़ना देख कर
उसके सपने ,संग सपना अपना देखती हूं
उसकी एक मुस्कान देख, मै बनी ऊर्जावान हूं।
उसका रोना देखकर, आंखें मेरी भीग जाती है
उसका ज्वार देखकर ,मेरी भी शरीर तपिश जाती हैं,
उसके चोट लगने पर ,दर्द मुझे भी होता है,
उसकी एक मुस्कान देखकर ,
मन मेरा गुलजार है,
उसके इर्द-गिर्द ही मेरी जिंदगी की बहार है।
वह मेरी आंखों का तारा,
वह मेरी मुस्कान है,
उसे देख मै बनी ऊर्जावान हूँ।
@ मां का वात्सल्य,,☺☺💐
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