जिंदगी तन्हा,,तन्हा उदास थीं
ना ही कोई आरजू, ना ही कोई बात थी
एक इतेफाक, मेरे संग रहने लगा
जबसे पेपरविफ की जानकारी मिली।
मन में विचारों का तूफान चलने लगा।
मेरे पंख को भी उड़ान मिलने लगा।
डर लगता हे कि क्या कर पाऊंगी,
दबे दबे पांव चलने लगी,
जबसे पेपरविफ की जानकारी मिली।
अब जिंदगी ना तंहा रही और न उदास
हर पल एक आस बंधने लगी
मन जो आये ,वो मैं लिखने लगी
लगता हैं कुछ ऐसा कर जाऊंगी,,
अपनी सपनों को बुनती चली जाऊंगी,
मुझे भी एक नया परिवार मिलने लगा।
मेरी दुनिया को नई मंजिल मिलने लगी,
अब मुझे नई पहचान मिलने लगी,
जबसे पेपरविफ की जानकारी मिलने लगी।
मेरी रास्तों को भी नया मुकाम मिलने लगा।
हर पल एक चुनौती है लाते,
सभी लेखको का मनोबल है बढ़ाते,
सभी लोगों के चेहरे पर मुस्कान है लाते
@ आपकी नेहा,☺☺
धन्यवाद,💐💐
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
V. Nice
Thanks dear☺☺
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