उम्र का पहला पड़ाव है दोस्तों
बचपन बेफिक्री का उन्नाव है दोस्तों
सोच कुछ होती नहीं उस पड़ाव पर,
बीत जाता है वह पल बस एक ख्वाब पर,
आज जो पल है वह हो जाएगा पुराना,
बचपन वह साज़ है निराला।
फिर से याद दिलाते हुए बचपन की बातें.......
उम्र का पहला पड़ाव है दोस्तों
बचपन बेफिक्री का उन्नाव है दोस्तों
सोच कुछ होती नहीं उस पड़ाव पर,
बीत जाता है वह पल बस एक ख्वाब पर,
आज जो पल है वह हो जाएगा पुराना,
बचपन वह साज़ है निराला।
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Very nice
Thanks dear☺👍👍
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