Namrata Pandey
Namrata Pandey 29 Aug, 2020
मैं औरत हूँ
मैं औरत हूँ मैं औरत हूँ मुझे पहचान लो मेरी सहनशीलता का इम्तिहान न लो मैं कमजोर नही इतनी ताकत तो रखती हूँ अपने स्वाभिमान की खातिर हर हद से गुज़र सकती हूँ गर तुम महिषासुर बन बैठे तो मैं भी दुर्गा बन सकती हूँ

Paperwiff

by namratapandey

29 Aug, 2020

स्त्री

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