Namrata Pandey
01 Feb, 2021
अन्नदाता
सपना की जमीन पर, अपना वजूद बोते हैं
उम्मीद के अंकुर पर जीवन ये जीते हैं
प्रकृति की रहमत की दुआ ये करते हैं
खुद भूखे रहकर भी हमारा पेट भरते हैं
ऐसे धरतीपुत्रों को हम नमन करते हैं🙏
Paperwiff
by namratapandey
01 Feb, 2021
किसान
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