Namrata Pandey
25 Nov, 2020
खुशी
आज सुबह से मैं कुछ उदास थी
जाने मेरे दिल को किसकी तलाश थी
अचानक घर के सामने ऐसा नजारा देखा
ठंड से ठिठुरता नन्हा सितारा देखा
भूख से बेहाल उस बच्चे को कुछ खिलाया
तन को कपड़ो से ढक कर ऐसा सुकून पाया
दुनिया की हर खुशी को उसकी हंसी मे पाया
असली खुशी क्या है, यह आज समझ आया
Paperwiff
by namratapandey
25 Nov, 2020
खुशी क्या है
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