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Speak gentally

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Mrs Veena Mayne
Mrs Veena Mayne 27 Oct, 2022 | 1 min read
Chawla 1185

शब्द

शब्द ही नफरत शब्द ही प्यार, शब्द ही खोले दिल के तार।शब्द हसाता, शब्द रुलाता, शब्द ही इंसान को इंसान की पहचान कराता ।

शब्दों में जब लिखी रामायण, दिलों में प्यार जगा गई, शब्दों में जब लिखी महाभारत, रिश्तों को लड़ा गई ।

शब्द ही मंदिर, शब्द ही मस्जिद,शब्द ही गुरुद्वारा, गिरजाघर ।पढ़ने जाते हो तुम वहां पर, क्या सही शब्द तुम्हें मालूम।

जहां शब्द ने बनाया एक को डाकू और शैतान ,वही शब्द ने बनाया दूजे को बापू जैसा इंसान ।

एक दिन....

शब्दों का तालमेल कुछ ऐसा बैठा, शब्द ही शब्द से लड़ बैठा।

फिर होना क्या था, हुआ वही हर शब्द ने अपनी अपनी कही, और शब्दों के इस भवंदर मे कौन गलत और कौन सही ।

यारों.....

ऐसे शब्द कहो,

Love you jindagi

जिसमें सरस्वती का वास हो, मुख मे हो नम्रता और दिल के लिए दिल में प्यार हो

तू इस डगर हो, या उस डगर, हर जुबां पर तेरा नाम हो।कहे हर कोई, वाह ....

क्या शब्द थे,.....

क्या शब्द थे......

क्या शब्द थे .....


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Mrs Veena Mayne

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