खुशी
खुशी को गर तूने पाना है, तो जग से जी लगाना है।। रात के अंधेरे में, दिन बीता भुलाना है। गम के सफ़र मे, हंस के कहकहा लगाना है।। कोई कहे मुस्कुरा, तो मुस्कुरा दे तू। ढूंढ कोई बहाना, और खिलखिला दे तू।। बन बच्चा, बच्चों के संग, जवां दिलों की ख्वाइश बन। महोबत कर अपनो से, परायों से भी वफा कर। अंतर मन की खुशी खोज, जीने की तू वजह बन।। खुशी को गर तूने पाना है ,तो जग से जी लगाना है।।
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by mrsveenamayne