Mrs Veena Mayne
18 Oct, 2022
मेरा शहर
मेरा शहर मेरा अभिमान है
नैसर्गिक पर्यावरण इसकी शान है
गुजरती हूं जब गलियों से खिल सी जाती हूं जब,अपनी ही मिट्टी के लोगों संग बताती हूं रोता, कभी हंसता, कभी सिमटा सा
मेरी तेरी, तेरी मेरी बोली सा
हां यह मेरा है शहर
मेरा अभिमान.......
Paperwiff
by mrsveenamayne
18 Oct, 2022
Love u jindagi
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.