मेरी पहचान_ मेरी लेखनी

मेरी पहचान मेरी लेखनी

Originally published in hi
Reactions 0
1028
Monika Khanna
Monika Khanna 29 Feb, 2020 | 1 min read




कुछ एहसास मेरे दिल के -

"मैं शब्दों को नहीं लिखती ,अपने एहसासों को बुनती हूं ।

बिछौना बनाकर उनसे , हर रोज लिपटती हूं ।

जाते हुए लम्हों के , हर पल को संजोती हूं ।

बंद आंखों से जो देखे थे ,उन ख्वाबों को जीती हूं ।

चुपचप सी हवाओं में बहते , संगीत को सुनती हूं ।

मद्धम सी सरगम में ,बिन घुंघरू थिरकती हूं ।

कुछ पल चुराकर सबसे ,खुद से मिला करती हूं ।

सतरंगी दुनिया के, हर रंगों से मिलती हूं।

दिल के कैनवस में,  खुशियों भरे रंग भरती हूं।

मैं शब्दों को नहीं लिखती ,अपने एहसासों को बुनती हूं "

मोनिका खन्ना

0 likes

Published By

Monika Khanna

monikad47c09

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.