हिमाचल प्रदेश हिमालय पर्वत की शिवालिक श्रेणी का हिस्सा है। हिमाचल प्रदेश का शाब्दिक अर्थ "बर्फ़ीले पहाड़ों का प्रांत" है। हिमाचल प्रदेश को "देव भूमि" भी कहा जाता है। हिमाचल की हरियाली, नदियाँ, पहाड़ों से गिरते झरने, ठंडी हवाएं, लहराते चीड़ के पेड़, हरी-भरी पहाड़ियां और भोले से पहाड़ी लोग, हिमाचल की खूबसूरती को और ज्यादा बढ़ा देते हैं। आइए हिमाचल को और अधिक जानते हैं इस कविता के माध्यम से :-
हिमाचल
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भारत का हिमाचल….
जैसे माँ का आँचल |
गोद में आसमान…..
जैसे पंछियों का कोलाहल |
पर्वत से गिरता पानी
जैसे नीले लिबास में रानी |
राहों से गुजरता प्राणी
जैसा मुख वैसी वाणी
कण कण में भगवान्
देवी देवताओं से धनवान |
सूरज की किरणों के बाण
जैसे कुदरत हो गयी हो दयावान
शीशे से चमकते पर्वत
हिम से ढकीं मीनारें |
आवाज़ देती गुजरती रेल
खेतों और नदी किनारे
वादियों में गूंजती बंसी की धुन
कान्हा तेरे होने का एहसास |
मन में उमंगें भर दे
पवित्र और शुद्ध हर सांस |
गीत गाती युवतियां ...
करती अपने पति का इंतज़ार |
जिन गलियों से गुजरा वो सरहद की ओर..
उन गलियों पर दीप जलाती बार बार
सुन्दरता ही सुन्दरता जहाँ आपार
ये छोटा सा हिमाचल का सार |
भारत का हिमाचल
और हिमाचल का प्यार |
कैसी लगी आपको हिमाचल की छटा बिखेरती यह कविता, जरूर बताइएगा ।
धन्यवाद ।
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Very beautifully explained
Thankyou Indu ji❤️
बहुत सुंदर कविता
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