देश-सम्मान के लिए

देश सम्मान पर एक कविता

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Sunita Pawar
Sunita Pawar 15 Aug, 2020 | 1 min read

अपने हिन्दुस्तान के लिए ,

देश के सम्मान के लिए ,

मैं इतना तो कर सकता हूँ ,

अपने गली-मुहल्लों को साफ़ रखूँ, 

शौचालय का ही इस्तेमाल करूँ, 

दीवारों को न गंदा करूं ,

पान यहाँ-वहाँ न थूकूँ ,

गाडी की रफ्तार धीमी रखूँ, 

गाली-गलौच न किसी से करूँ,

अपने देश का गुणगान करूँ,

मुँह पर मास्क लगाऊँ,

सोशल डिस्टेनसिंग का पालन करूँ,

महामारी को कम करने हेतु,

अपना ये योगदान करूँ ,

बड़े-बुजुर्गों संग वक़्त बिताऊँ,

कुछ बातें याद कर उनको हसाऊँ,

देख किसी भूखे को अन्न खिलाऊँ,

देकर अपना सहयोग प्रेम कमाऊँ ,

फौजी जवान की तरह सीमा पे न सही, 

पर सीमा के भीतर इतने योगदान से, 

मैं देश का नाम महान तो कर सकता हूँ ,

अपने हिन्दुस्तान के लिए ,

मैं इतना तो कर सकता हूँ ।


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Sunita Pawar

meri_pankti-man_ke_vichar023h

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