Maunsh Shilpasingh
22 Mar, 2021
Quotes' festival~ अग्नि
दिल की तपन मन की जलन न जाने क्यूं अब बुझती नहीं,
तपिस की तेज भी अब तिमिर में रुकती नहीं,
दिशाएं धुंधली हो गई, छाने लगा है कुहांसा
जीवन की बगिया में अब अंतिम क्षण का उठा है धुंआ सा,
फिर भी इच्छाओ की क्षुधा मेरी अब बुझती नहीं,
श्मशान की अग्नि में भी जीने की लालसा मेरी मिटती नहीं।।
Paperwiff
by maunshshilpasingh
22 Mar, 2021
Fire is our priority too from our first bite to our last .
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