Maunsh Shilpasingh
22 Mar, 2021
Quotes' festival~ जल
ना रंग है ना गंध है मैं फिर भी बहुत जरूरी हूं,
मैं सबकी जरूरत भी हूं मैं सबकी मजबूरी हूं,
सुबह से शाम तक पहली घूंट से आखिरी जाम तक,
मैं सबकी मंजूरी हूं मै सबकी जी हुजूरी हूं,
खेतों की हरियाली से बागों के फूलों तक बच्चों की खुशहाली से नदी झरने पुलों तक,
मैं कहीं कहीं अधूरी हूं, आज मुझे बचा लो मैं कल के लिए बहुत जरूरी हूं।।
Paperwiff
by maunshshilpasingh
22 Mar, 2021
Water is also necessary for us so save water save Life.
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