रमन 15 दिन पहले से बहुत आनंदित था क्योंकि वह पहली बार स्कूटी से लॉन्ग ड्राइव करने वाला था अपनी पत्नी रीना के साथ करीब 60 किलोमीटर अप और 60 किलोमीटर डाउन की यात्रा थी वह स्कूटी से टाकी जाना जाता था. उसकी पत्नी रीना ने उसे बहुत समझाया रमन तुम मान जाओ हम गाड़ी से चलते हैं. स्कूटी से तुम्हें बहुत थकान हो जाएगी. स्कूटी से तभी जाया जाता है जब जाने वाले दोनों राइडर हो. मुझे तो स्कूटी चलानी आती नहीं. मान लो तुम्हारी तबीयत खराब हो गई तो स्कूटी कौन चलाएगा?? तब रमन ने कहा तुम बेकार में इतनी चिंता करती हो हम कौन सा उसी दिन वापस आने वाले हैं हम तो वहां 1 दिन स्टे करेंगे तुम यह बताओ तुम्हारा जाने का मन है या नहीं??
तब रीना ने कहा मेरा मन तो आपके साथ हर जगह जाने का रहता है चाहे नुक्कड़ पर गोलगप्पे खाने जाना हो तब भी बस फिर तब किस बात की चिंता... वैसे भी गाड़ी से तो हमेशा ही जाते हैं. इस बार स्कूटी से चलने का एहसास भी कर ले तुम देखना बहुत मजा आएगा हम लोग रुकते रुकते खाते पीते चलेंगे फिर बेटा वैसे भी नहीं जा रहा तो गाड़ी करने का कोई मतलब नहीं. वह तो अब बड़ा हो गया अपने दोस्त यार के साथ ही जाता है.....
आखिरकार रमन ने अपनी बात से रीना को कन्वेंस कर ही लिया. देखते-देखते 15 दिन कैसे निकल गए पता ही नहीं चला और जाने का दिन आ गया. शनिवार सुबह 8:00 बजे निकलना था. रमन शुक्रवार रात को ही स्कूटी के नेविगेशन को सेट कर रहा था ताकि बार-बार फोन निकालकर नेविगेशन देखना ना पड़े. फिर दोनों ने सुबह तिलक किया और भगवान के आगे हाथ जोड़कर निकल पड़े अपनी मंजिल पर. बेटा भी सी ऑफ करने नीचे आया.....
करीब 1 से डेढ़ घंटे के बाद 24 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद सुंदरवन रेस्टोरेंट में नाश्ता किया. नाश्ते में आलू का पराठा और पूरी सब्जी खाई फिर करीब 10:00 बजे वहां से निकल पड़े और सीधे टाकी राजबाड़ी आ पहुंचे. करीब 11-11:15 बजे....
रमन ने स्कूटर पार्किंग में खड़ा कर दिया और फिर वहां से दोनों नदी का नजारा और ठंडी हवा का लुफ्त उठाने लगे थोड़ी देर बाद जैसे ही बोट की 1 घंटे की यात्रा की टिकट के लिए काउंटर पर पहुंचे तो पता चला कि बोट अब रिजर्व ही जाती है. और बोट का भाड़ा 15 सो रुपए है 1 घंटे की यात्रा का बोट का भाड़ा रमन और रीना दोनों को ही ज्यादा लगा और वहां आए हुए और भी यात्रियों को ज्यादा लगा. क्योंकि किसी का भी बड़ा ग्रुप नहीं था. किसी परिवार से 2 लोग तो किसी से 4 लोग थे. तब रमन और अनुभव नाम के लड़के दोनों ने मिलकर काउंटर में बैठे आदमी को समझाया कि हम सब मिलाकर 15 आदमी हो गए हैं 15 सो रुपए ले लो और हमें टिकट दे दो तब उसने कहा 10 आदमी से ऊपर नहीं होगा अगर आप ₹300 ऊपर देंगे तो जा सकते हैं. तो दोनों ने कहा ठीक है फिर सब लोग बोट में बैठ गए. ...फिर इच्छा मति नदी देखी और बंगला देश बॉर्डर देखी सभीक्ष के साथ फोटोशूट भी किया 1 घंटे की यात्रा में बहुत मजा आया....
यात्रा खत्म होने के पश्चात घड़ी देखी तो 2:00 बज चुके थे फिर स्कूटी ली और दोनों पहुंच गए अपने बुक किये गए होटल सोनार बांग्ला में.... पहुंच कर दोनों ने लंच किया और लंच के पश्चात दोनों 2 घंटे के लिए सो गए. ..
फिर करीब 5:30 बजे उठे और निकल पड़े सैर पर थोड़ा चाय नाश्ता किया और वहां का लोकल मार्केट घुमे वैसे वहां घूमने का विशेष कुछ नहीं था क्योंकि गांव जैसा माहौल था. हां लेकिन प्राकृतिक सौंदर्य था....
घूमते घूमते 8:00 बज गए फिर होटल आ गए थोड़ा रेस्ट किया और रात का डिनर किया थोड़ी देर के लिए टीवी ऑन किया और टीवी देखें...फिर सो गए....
सुबह 7:00 बजे नींद खुली तो सबसे पहले ग्रीन टी पी बिस्किट के साथ उसके पश्चात मॉर्निंग वॉक पर निकल पड़े. आते आते 9:00 बज गए फिर ब्रेकफास्ट में लुची और आलू सब्जी खाई साथ में चाय पीयी...
फिर नहाते नहाते करीब 10:00 बज गए और हमारे चेकआउट का टाइम हो ही रहा था सो हमने पैकिंग की और होटल लीव कर दिया....
होटल से लीव करने के बाद सबसे पहले मिनी सुंदरबन घूमने चले गए मिनी सुंदरबन आने के करीब 1 किलोमीटर के पहले ही दोनों को रोक दिया गया क्योंकि आगे स्कूटी ले जाने की परमिशन नहीं थी. फिर वहां पर दोनों की आधार कार्ड चेक किए गए और जमा ले लिए गए उसके बाद टोटो से 1 किलोमीटर जाना था 1 किलोमीटर जाने के बाद में अंदर जाने के लिए काउंटर से टिकट ली.. टिकट ₹10 पर हेड के हिसाब से थी अंदर जाने के रास्ते में उन्होंने खीरा और अमरूद कटवाया क्योंकि अंदर कुछ मिलने वाला नहीं था. दोनों खाते-खाते अंदर पहुंच गए अंदर पहुंचते पहुंचते करीब 11:30 बज गए उस जंगल में कई कांटेदार पेड़ देखें जो कांटों से भरे हुए थे उन पेड़ों के दोनों तरफ बैरिकेड दिए हुए थे. ताकि कोई जंगल में गिर ना जाए उस बैरिकेड पर चलकर ही यात्री जंगल देख सकते थे. एक बैरिकेड से जंगल दिखता था तो से दूसरी तरफ के बैरिकेड से नदी दिखाई देती सब घूमते घूमते करीब 12:30 बज गए 1- 2 शिव मंदिर भी थे ...जो कि दोनों देखने नहीं गए. ...
12:30 बजे दोनों बैक टू होम के लिए निकल पड़े. फिर 36 किलोमीटर की यात्रा तय करने के बाद वापस होटल सुंदरबन आ गए...
सबसे पहले हमने ठंडा मगाया और लंच के लिए ऑर्डर दे दिया हम होटल सुंदरवन के पास इसलिए रूके क्योंकि हमें यहां का नाश्ता पसंद आया था....इसलिए हमें लगा कि खाना भी यही खाना चाहिए और कही का खाना ट्राय करके रिस्क नही लेना चाहते थे...
लंच में तीन मसाला कुल्चा, पनीर टिक्का मसाला और 1 ग्रीन सलाद मंगाया... खाना आते-आते और खाते-खाते करीब 2:45 हो गए और हमारी 24 किलोमीटर की यात्रा अभी बाकी थी फिर वहां से 2:45 बजे जो निकले....3:45 तक सीधे हम अपने घर बिना रुके पहुंच गए....
यह थी....रमन और रीना की स्कूटी की पहली लॉन्ग ड्राइव यात्रा जिसमें उन दोनों को बहुत मजा आया....
दोस्तों अगर आपको भी रमन और रीना की की यात्रा में शामिल होकर मजा आया हो तो इसे प्लीज लाइक और शेयर जरूर कीजिए...
और हां अगर कहानी में कोई त्रुटि हो तो प्लीज मुझे कमेंट करके जरूर बताइएगा.....
आप चाहे तो मुझे फांलो भी कर सकते है... मेरा प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए....
धन्यवाद🙏🙏
आपकी ब्लॉगर दोस्त
@ मनीषा भरतीया
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
👏
Thank ❤🙏u charuji
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