सदियों से प्रकृति और मानव का रिश्ता और मां और बच्चे जैसा रहा है... प्रकृति मानव को बच्चे की तरह प्यार करती है.... उसकी सुरक्षा करती है.... अन्न जल ,वायु ,अनाज ,फल, फूल सब प्रदान करती है.... इसके विपरीत मानव क्या करता है??घर ,मकान बनाने के लिए सब पेड़ पौधों को काट देता है.... जो उसे छाया देते हैं जिसके कारण प्रदूषण फैलता है..... अपने शौक के लिए बेजुबान जानवरों का शिकार करता है....
खून बहाता है..... जिससे प्रकृति को दर्द होता है... क्योंकि जिस तरह प्रकृति की संतान मानव है.... उसी तरह ये बेजुवान जानवर भी उसकी संतान ही है... लोग अपने मुंह के स्वाद के लिए इन्हें मारकर इसका मांस खाते है..... जो कि प्रकृति के दुख का कारण है.... साथ ही साथ यह बीमारियों को भी जन्म देता है....
नदियाँ ,पहाड़ हमारी सुरक्षा करते है ....लेकिन मानव उसी नदी के जल को दूषित करता ्अपने घर के वेस्ट को डालकर.... पहाड़ों को काटकर होटल बना रहा है जो पहाड़ हमें भूकंप से बचाते हैं....बांध को तोड़ रहे हैं...जो हमारी बाढ़ से रक्षा करते हैं....
इतिहास गवाह है कि जब-जब प्रकृति के साथ खिलवाड़ हुआ है उसका दुष्परिणाम सामने आया ही है . ... आज ऐसा अनुमान है कि चीन में चीता को मारकर उसके प्रयोग के परिणाम के कारण सारा संसार कोरोना जैसी महामारी से ग्रसित हुआ है.... चाहे गलती कुछ लोगों की हो लेकिन भुगतना तो पूरे संसार को पड़ा.... इस महामारी के कारण कितने बच्चे अनाथ हो गए हो कितनी औरतें विधवा हो गई कितनों ने अपने भाई को खो दिया.... तो कितनों ने अपनी बहन को खो दिया....
प्रकृति मानव की रक्षा अपने बच्चे की तरह करती है जैसे एक मां अपने बच्चे को आंच नहीं आने देती उसी तरह प्रकृति भी मानव पर आंच नहीं आने देती लेकिन जब उसके साथ खिलवाड़ होता है तो वह बिफर जाती है और अपना कहर बरसाती है...
मानव को भी चाहिए कि प्रकृति को अपनी मां समझे जैसा कि वह अपनी जन्म देने वाली मां को समझता है तभी प्रकृति भी सुरक्षा करेगी.....
1) मानव को चाहिए कि उसे अपने आसपास की जगहों और अपने घर में पेड़ पौधे लगाने चाहिए जिससे कि हम खुली हवा में सांस ले सकें.... हमें आक्सीजन मिल सकें...
2) हमें कूड़ा इधर उधर ना फेंक कर डस्टबिन में ही फेंकना चाहिए ... बारिश के पानी को जमने नहीं देना चाहिए ...जिससे कि मच्छर और मक्खी ना फैले और मलेरिया और डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों से बचा जा सके....
3) वाहनों का कम से कम उपयोग करना चाहिए ताकी हवा में प्रदूषण कम फैले.....
4) शुद्ध शाकाहारी भोजन करना चाहिए....
5) मानव को प्रकृति के नियमों का पालन करना चाहिए.... अपने आसपास की जगहों, घर, प्ले ग्राउंड, सड़के सबको साफ रखना चाहिए.... और अपने बच्चों को भी यही सिखाना चाहिए...
ये मेरे विचार है.... आपको कैसे लगे मेरे विचार... प्लीज कमेंट करके अपनी प्रतिक्रिया जरूर दीजिएगा.... और हाँ पंसद आए तो लाइक और शेयर कर दीजिएगा...
स्वरचित
धन्यवाद🙏💕
आपकी दोस्त
© मनीषा भरतीया
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