पौराणिक युग से ही विवाह हिंदुओं में पवित्र और पारंपरिक बंधन माना गया है.... क्योंकि विवाह दो आत्माओं का मिलन ही नहीं बल्कि दो परिवारों का भी मिलन होता है.... पहले के जमाने के लोग इस बंधन को मानते थे.... सिर्फ फोटो दिखाकर ही शादी पक्की हो जाती थी... लड़के लड़की को आपस में दिखाया भी नहीं जाता था. दोंनो परिवार आपस में मिलकर ही बस रिश्ता तय कर लेते..... एक दूसरे से मुलाकात सुहागरात के दिन ही होती थी.....रिश्ते समझौते पर ही टिकते थे.... क्योंकि पति गरम भी होते तो पत्नियां नरम पड़ जाती थी... ... पहले ऐसा नहीं था कि लड़की छोटी छोटी बातों पर घर छोड़ कर आ जाए और माता-पिता उसे अपनी शरण में ले ले...... लड़कियां ज्यादा पढी लिखी भी नही होती थी. ना ही ज्यादा तेज तरार होती थी ज्यादातर घर की चारदीवारी में रहती थी....इसलिए बाहरी दुनिया का ज्ञान भी नहीं था..फलतः अलग होने का सोच भी नही सकती थी....इसलिए भी तलाक कम होते थे.....
लेकिन आजकल शहरों में गांव की तुलना में तलाक दर बहुत बढ़ गई है जिसके बहुत से प्रमुख कारण है....
1) सबसे पहला कारण तो यह है कि माता-पिता अपने बच्चों की शादी उनकी बिना मर्जी के अपनी पसंद थोप कर कर देते हैं यह सोच कर कि एक बार शादी हो जाएगी तो सब ठीक हो जाएगा.... लेकिन अब जमाना बदल गया है लड़के लड़कियां दोनों ही पढ़े लिखे होते हैं... जहां उन्हें जिंदगी एक दूसरे के साथ रास नहीं आती वही नौबत तलाक तक आ जाती है..
2) दूसरा आजकल महंगाई इतनी बढ़ गई है कि अच्छी लग्जरी लाइफ जीने के लिए पति पत्नी दोनों को ही काम करना पड़ता है जिससे वह दोनों एक दूसरे को वक्त नहीं दे पाते.....और समय की पावंदी के कारण वेरायटी खाना और आइटम बना नही पाती...जिसके कारण दोनों के रिश्ते में खिंचाव आ जाता है..... क्योंकि कहावत ही है... कि पति के दिल का रास्ता उसके पेट से होकर गुजरता है...
3) शादीशुदा रिश्ते की मजबूत नींव है विश्वास जो कि आजकल पति पत्नी एक दूसरे पर कर ही नहीं सकते कहीं पत्नी का ऑफिस में अपने कलीग के साथ अफेयर है तो कहीं पति का.... जो कि तलाक़ की अहम वजह है...
4) आजकल की पत्नियां पहले की पत्नियों की तरह पति का थप्पड़ चुपचाप सहन नही करती.... उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती है.... और बात सीधे तलाक तक...
5)आजकल लड़कियां अपने केरियर बनाने और शारीरिक सौंदर्य को बरकरार रखने के लिए शादी के चार पांच साल तक बच्चे पैदा नहीं करती जिससे कि आपसी झगड़े बढ़ जाते हैं....परिवार वाले दबाब बनाते है... बच्चे के लिए... वो वाद विवाद का रूप ले लेती है.... नतीजा तलाक..
6)प्रेम विवाह भी बढ़ते हुए तलाक का अहम कारण है... क्योंकि जब तक लड़का- लड़की बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड रहते है... तब तक तो सबकुछ बहुत रूमानी लगता है... फिल्मों की तरह.... लेकिन जंहा शादी हो जाती है.... तो आटे दाल का भाव मालूम चल जाता है.... फिर सारा प्यार 4 दिन में खत्म हो जाता है.... और एक- दुसरे के अन्दर खामियां नजर आने लगती है....
इसलिए अगर तलाक की दर को कम करना है.... तो पति और पत्नी दोनों को रिश्ते में सामंजस्य बनाकर चलना होगा... एक दुसरे की खुबियों के साथ उसकी कमियों को भी अपनाना होगा.... अगर मामला गरम ज्यादा हो जाए... तो मौके की नजाकत को देखते हुए एक को नरम होना पडे़गा.... छोटी -२ बातों को नजरअंदाज कर आगे बढ़ना होगा..
ये मेरे विचार है.... आपको मेरे विचार कैसे लगे... कमेंट करके अपनी प्रतिक्रिया जरूर दीजिएगा.... और हाँ अगर पंसद आए तो इसे लाइक, कमेंट करना मत भूलिएगा.....
आपकी दोस्त
@ मनीषा भरतीया
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