Manisha Bhartia
29 Sep, 2022
चलो थोड़ा गुदगुदाए
चलो अब हम भी थोड़ा गुदगुदाए
किताबों से कुछ देर ध्यान हटाकर
सपनों की सैर कर आए
थोड़ा खेले, थोडी़ मस्ती करे
बच्चपन को बच्चपन की तरह जिये
नन्हें कदमों में जोश की नई उमंग भरे
Paperwiff
by manishalqmxd
29 Sep, 2022
बच्चों का आन्तरिक मन
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