Mamata
Mamata 14 May, 2022
शहरों की भागती ज़िन्दगी
शहरों की सरपट भागती ज़िन्दगी पथ पर जैसे रेल की बंदगी सुकून कहाँ है शहरों में शोर शराबे से भरी ज़िन्दगी सुबह दिन रात जल्दी बीते दौड़ते भागते हैं ये जीते है शान्ति नहीं इनके जीवन में बस काम के पीछे भागती ज़िन्दगी शहरों की सरपट भागती ज़िन्दगी

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by mamata

14 May, 2022

शहरों में सुकून की कमी

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