जीना यहीं है, मरना यहीं है, जाने से पहले डरना नहीं है |
बेचैनियां है, बेताबियां है, जो भी सताए हिलना नहीं है ||
मुश्किलों की लहरों के आगे, भीतर से बाहर तक चट्टान बन जा |
खुशियां मनाएं या चिंता सताए, होठों पर बस एक मुस्कान बन जा |
स्वाभिमान का संकेत बनकर, अपने आप में एक अभिमान बन जा |
कमजोरियों को जड़ से निकालकर, तन मन से तुम एक बलवान बन जा |
सच्चाई का रास्ता बहुत कठिन है, चलना है फिर भी कठिनाइयों में |
अच्छाइयों की जग में कमी है, भर ना है प्यार को हर एक दिल में |
अंधकार का ये बंधन को तोड़कर, आगे निकलना है पूरे विश्वास से |
दो-चार दिन की यह जिंदगी है, जी भर के जी लो तुम अपने आप में |
- मधु कोडानाड
A small try to write in Hindi.
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Very beautifully written Madhuji!!! Amazing!! ❤️👍🙌🙏
Thank you🙏
Inspiring and so well penned
Thank you
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