रंगरेज
बिखरे हैं चारों ओर
तेरे रंग
हैरतअंगेज..
नीला है आकाश
तो लाल है सूर्य
इन्द्रधनुष के सब रंग
अनुपम अपूर्व..
आकाशी है गंगा
तो पीले सरसों के फूल
हरी है हरीतिमा
तो मटमैली है धूल..
काली है रात्रि
उसमें श्वेत चन्द्रमा
बतलाओ होली में
कौन से रंग रंगूं
मन की मधुरिमा..
Comments
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nice
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