जाति पाति से परे बालमन
निश्चल प्रेम बहे अंर्तमन।
बेटियां आदि शक्ति का रूप
इनसे ही महके घर उपवन।।
करुणा दया मानव के श्रृंगार
संस्कारों से जीत ले संसार।
जो मानवता को अपनाए
हो जाए संसार सागर को पार।।
ये... नन्ही कलियां ही
इतिहास को बनाएंगी।
इस अमन की राह पे चल कर
नवसृजन देश का कर् जायेंगी।।
जाति पाति से परे बालमन
निश्चल प्रेम बहे अंर्तमन....
कामिनी सजल सोनी
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Waah👍
Thanks vineeta ji
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