योग निंद्रा
योग निंद्रा एक प्रकार से नींद और योगा का मिश्रित रूप हैं जिसे आत्याध्मिक निंद्रा भी का सकते हैं।जिसमे इंसान का दिमाग और शरीर अर्धचेतन (subconsious)। अवस्था में रहता हैं यानी की ना तो पूर्णतया नींद में और ना ही पूर्णतया जगे हुए इसे झपकी की अवस्था या फिर नींद आने से पहले की अवस्था भी कहा जा सकता हैं।
योग निंद्रा के फ़ायदे
∆ योग निंद्रा में व्यक्ति का दिमाग और मन शांत होता हैं।
∆ योग निंद्रा चिंता मुक्त होने में बहुत सहायक हैं।
∆ योगा और ध्यान करने के लिए शरीर और मन को तैयार करने में सहायक हैं।
∆ योग निंद्रा की अवस्था में मस्तिष्क ऊर्जा ग्रहण करता है जिससे बाद ने पूरे शरीर में ऊर्जा और स्फूर्ति का संचार होता हैं।
∆ योग निंद्रा दिमाग को साफ कर उस एकाग्रचित रहने और नई नई चीजें सीखने में मदद करती हैं।
∆ योग निंद्रा के माध्यम से हमारे अंतर्मन को हमारे शरीर के साथ जोड़ने में सहायता मिलती हैं जिससे हम खुद के बारे में जान पाते हैं।
∆ योग निंद्रा अच्छी नींद लेने में भी मदद करती हैं।
∆योग निंद्रा अवसाद (डिप्रेशन) और लंबे समय से चल रही चिंता को भी दूर करने में मदद करती हैं।
योग निंद्रा का सही तरीका
सबसे पहले एक जगह पर लेट जाए।
फिर अपने सिर के नीचे एक कम्बल को रखले ताकि वो तकिया का काम करें।
फिर अपने हाथो को और पूरे शरीर को ढीला छोड़ दें।
अब अपनी आंखे बंद कर ले और अपने शरीर की गतिविधियों कि तरफ ध्यान एकाग्रचित करने की कोशिश करें।
अपनी दिल की धड़कनों को स्वांस की गति को महसूस करें।
अपनी अभिलाषाओं से स्वयं को जोड़ने की कोशिश करें।
अपने आप को चिंता मुक्त करने की कोशिश करें।
इस तरीके से अर्धचेतन अवस्था में लेट रहें।
फिर उठने से पहले धीरे धीरे खुद को बाहरी वातावरण से जोड़ने की कोशिश करें।
और फिर योग निंद्रा त्यागें।
समय सीमा :- योग निंद्रा १०-४५ मिनट तक की का सकती हैं।
यदि आप किसी बीमारी से ग्रस्त है तो आप अपनी उम्र अनुसार समय तय करके करें।
अगर आपकी उम्र २० साल है तो २० मिनट।
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