थोड़ा खट्टा थोड़ा मीठा रिश्ता थोड़ा सच्चा है,
बातों में हो , यादों में हो, होना तो पक्का है,
थोड़ी मैं हूं जिद्दी तो थोड़े तुम समझदार भी हो,
जो उलझी गांठे कभी सुलझाया उनको अच्छा हैं,
एक मुलाक़ात मिली ढेरों सारी बात मिली,
अनजानों की महफ़िल में यह लाडला बच्चा है,
झगड़ा ज्यादा बातें कम, मस्ती करके आंखे नम,
हर मुश्किल में साथ देने का वादा ना कच्चा है।
ज्योति अग्रवाल
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Beautiful
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