योग साधना
जिस तरह से योगासन का महत्व है उसी प्रकार योग साधना भी अपने आप में महत्वपूर्ण हैं।
प्राचीन काल से ही हम सुनते आए है कि ऋषि मुनि योग साधना में लीन रहते हैं।
सबसे बड़ा उदाहरण तो स्वयं महादेव है जो अधिकतर वक़्त योग साधना में लीन रहते है।
योग साधना से मस्तिष्क को विश्राम मिलता है जो दिन भर जाने कितने ही तरीके की बाते सोचता रहता हैं।
और चिंता करने लगता है। पर योग साधना एक ऐसा माध्यम है जो कि हमारे मस्तिष्क को शांत कर दुबारा नए सिरे से सोचने में हमारी मदद करता है।
योग साधना करने का एक आसान सा तरीका है किसी भी हवा वाली जगह पर जाकर आलती पालती मत कर बैठ जाए आपने शरीर को तान के और अपने दोनों हाथो को एकदुसरे के ऊपर रखकर अपनी गोद में रख लें।
फिर अपनी आंखे बंद कर लें।
और आसपास के वातावरण से ध्यान हटाकर अपने शरीर की गतिविधियों पर केन्द्रित करने का प्रयास करें।
और जितना देर आप बैठ सकते हैं बैठे और अपने मन को शांत करें।
आंखे खोलने से पहले अपने दोनो हाथो की हथेलियों को आपस में रगड़ के गर्म करें और फिर उसे चेहरे प्र फेरे इस प्रकार तीन बार हाथ फेरे आखिरी बार में अपने हाथो को आंखो से होकर गुजारे और धीरे धीरे अपनी आंखो को खोले और आसपास के प्राकृतिक नजारे को देकर मुस्कुराए।
यह आपको बहुत ही सुकून पहुचायेगा और इसके साथ सबसे फ़ायदे मंद बात यह है कि इसे कभी भी कहीं भी किया का सकता है।
तो इस योगा दिवस से शुरुआत करें और अपने जीवन में योगा को भी स्थान प्रदान करें।
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