बहना
तेरा मेरा रिश्ता कैसा हम समझ ना पाए
जब होते है दूर तो तरस जाते मिलने को,
जब हो पास तो यह प्यार रास ना आए,
एक ही कोख से जन्मे है हम
कुछ अलग से तो बहुत एक से भी है हम,
वैसे तो तू बहन है मेरी रिश्ते में ,
पर बंधन हमारा अच्छे सच्चे दोस्तो सा है,
जब होते साथ तो लड़ते जंगलियों जैसे है,
पर जब भी हो तकलीफ तो तेरे पास ही आते है,
कहलाते है हम एक दूसरे से तो
हम आदतों में मिलते जुलते भी होते है,
एक दूसरे को परेशान करने का मौका हम
कभी भी नहीं छोड़ते है।
बहना अब तुझसे पहले जैसा झगड़ा तो नहीं कर पाता,
पर हम जब भी साल में कुछ दिन मिलते है
मैं उनको जीना चाहता हूं,
मै तुझे परेशान करना तुझसे झगड़ना चाहता हूं
मेरी प्यारी बहना मैं तेरे साथ रहना चाहता हूं।
ज्योति अग्रवाल
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