बचपन दादाजी का और मेरा

दादाजी और हमारे बचपन में क्या फर्क है ?

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Jyoti agrawal
Jyoti agrawal 30 May, 2020 | 1 min read

उनका बचपन और हमारा बचपन कुछ तो अलग था,

वो खेलते थे गिल्ली डंडा, हमे क्रिकेट का भी शौक था,

वो बारिश में उछलते थे तो हम भी पानी में नाव बहाते थे,

मानते है उनके जितना बिंदास बचपन नहीं जिया 

और मोहल्ले वाले हमारी शिकायत करने भी आते थे।


ज्योति अग्रवाल

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Jyoti agrawal

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