हर नारी में माँ दुर्गा का वासा है
हर नारी उनकी नौ शक्तियों का खुलासा है
प्रथम रूप उनका माँ शैलपुत्री का होता है
यह हर नारी में उसके चट्टान सी दृण शक्ति को दर्शाता है
दूजा रूप माँ दुर्गा का ब्रह्मचारिणी रूप कहलाता है
नारी का काम शक्तियों पर विजय का जयकारा है
तीजा रूप माता का माँ चंद्रघंटा रूप के नाम से जाना जाता है
हर हिन्दू नारी की माथे की बिंदी माँ पारवती के माथे के अर्ध चंद्र को दर्शाती है
चतुर्थ रूप माँ दुर्गा का माँ कुष्मांडा के रूप में माना जाता है
यह स्वरुप माँ कुष्मांडा का उनका जगदम्बा रूप से जाना जाता है
पंचम रूप माँ दुर्गा का उनका माँ स्कंदमाता का कहलाता है
यह रूप माँ दुर्गा का नारी के कोमल ह्रदय का स्नेह व वात्सल्य से परिपूर्ण होना दिखलाता है
षष्ठम रूप माँ दुर्गा का उनका कात्यायिनी रूप कहलाता है
यह नारी का बुराई के हर एक स्वरुप को मिटा देने वाला उसका सम्पूर्ण महाशक्ति रूप दर्शाता है
सप्तम रूप माँ दुर्गा का उनके भयानक कालरात्रि रूप के नाम से जाना जाता है
काल और समय चक्र पर माँ दुर्गा के आधिपत्य को दिखलाता है
अष्टम रूप माँ दुर्गा का उनका महागौरी स्वरुप होता है
नारी के गृहणी गुण , पतिव्रत और पालनहारी श्रम्ताओं को भली प्रकार से दर्शाता है
नवम रूप माता का उनका सिद्धिदात्री स्वरुप होता है
पारवती माँ का सर्व महाशक्तियों का स्रोत, उनका स्वयं सम्पूर्ण महादेवी होने को प्रमाणित कर देता है
महाशक्ति माँ दुर्गा के इन नौदुर्गे स्वरूपों की पूजा और याचना नवरात्री पर्व के नाम से जाना जाता है
महादेवी के नौ रूपों को उकेरकर यह त्यौहार मनाया जाता है
- जूही प्रकाश सिंह
Insta-juhi.prakashsingh
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.