हम आज यह प्रण लेते हैं
हर व्यक्ति समाज की एक इकाई है,
इन इकाइयों का संगठन समाज को बनाता है
जैसे बूँद बूँद मिलकर विशाल सागर बनाती हैं,
वैसे हर इकाई वह ईंट है जो समाज की दृढ़ता को दर्शाती है
कपड़े की गुणवत्ता जैसे उसके हर धागे की गुणवत्ता पर निर्भर है,
वैसे ही समाज भी उतना ही गुणवान होगा जितना कि उसकी हर एक इकाई है
जिस समाज की इकाइयां उच्च मूल्यों से निर्मित हैं,
वह समाज भी उतना ही उच्च औऱ उन्नत है
समाज से ही देश निर्मित होता है,
जो समाज उच्च औऱ उन्नत मूल्यों पर आधारित हुआ तो देश आप ही उन्नत हो जाता है
जब हर इकाई उन्नति का प्रण ले आगे बढ़ती है,
तब समाज औऱ देश की उन्नति भी आप ही होती है
तो चलिए देश को उन्नत बनाने का दृढ़ता से प्रण लेते हैं,
देश औऱ समाज के उज्जवल भविष्य की कसम लेते हैं
स्वयं को बदलकर उन्नति की ओर अग्रसर होते हैं,
हम सब मिलकर समाज औऱ देश को उन्नति के पथ पर ले आगे बढ़ते हैं...
- ©️जूही प्रकाश सिंह
Insta:juhi.prakashsingh
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.