प्रेम भरे जीवन में रंग खुशनुमा
बिन प्रेम जीवन सूना
प्रेम के धागे पिरोए सब रिश्ते
इस डोर से बंधे हैं सब दिलों के नाते
इस छोटे से अक्षर के रूप हैं बहुतेरे
इसकी छटा लिए है कई रंग घनेरे
माता पिता का प्रेम अपनी संतान के लिए
ईश्वर की दिव्यता है अपने में परिपूर्ण लिए
भाई- बहिन का प्रेम है देता जीवन भर के साथी
जीवन के हर उतार चढ़ाव में होते हैं जो अटल संगी साथी
जीवन साथी का प्रेम है सबसे अनोखा प्यारा
मिल जाए जिसे हो जाए उसका जीवन अद्भुत न्यारा
सखी सहेली और यार दोस्त
यह भी कर देते ज़िन्दगी को अपने प्रेम से ओतप्रोत
चर अचर के प्रति दया व सहानुभूति
है यह भी प्रेम की एक सुंदर अनुभूति
ईश्वर से प्रेम है भक्ति का दूसरा नाम,हो जाए गर ईश्वर से सच्ची प्रीती प्रतीति ,
हो जाए जीवन सफल, पूरन हो जाएं सब काम
प्रेम से चलता इस रचना का सब कारोबार
जो भी हो रहा इसमें है सब दिव्य प्रेम की ही गुंजार
- ©️जूही प्रकाश सिंह
#1000poems
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