पिता जी को समर्पित मेरे कुछ ह्रदय-भाव
पिता की स्नेहिल छाया में मैंने अपना जीवन हमेशा सुखमय पाया है,
उनके क़दमों में चलकर ही अपने सपनों को सच कर दिखाया है
ईश्वर से हमेशा मेरी सविनय प्रार्थना ह्रदय से है यह सदा,
कि मेरे जीवन में पिताजी का स्नेह-आशीर्वाद सदा रहे मुझपर बना...
Paperwiff
by juhiprakashsingh