Juhi Prakash Singh
Juhi Prakash Singh 22 Jan, 2021
अनकही
कहने को तो बहुत कुछ है यहीं लेकिन ज़ुबाँ  पर लफ्ज़ आते नहीं आते आते रह जाते हैं कहीं विचारों से ज़ुबाँ  तक रास्ते में खो जाते हैं कहीं और रह जाती है एक बात अनकही खोई खोई और बिनकही - जूही प्रकाश

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by juhiprakashsingh

22 Jan, 2021

बातें

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