Ichchha Jain
02 Jul, 2022
पेड़ और वो दिन
वो वही दिन था जब पेड़ के नीचे पंचायत हुआ करती ,
वो वही दिन था जब बच्चे करते थे पेड़ के नीचे मौज मस्ती
अब तो न ही पेड़ का साया न वो भूतो की माया,
याद करो जब गांव में सब कहते थे रात को मत जाना हो सकता है वहा
आत्मा का साया,
काश वो दिन वो वक्त ओर वो अपनापन
पेड़ से साथ लॉट आये
बस यही आशा रहती है जब हम भी
पहले की तरह खेले -कूदे और नचाये
Paperwiff
by ichchhajain2
02 Jul, 2022
वो दिन भी क्या दिन थे
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