Hem Lata Srivastava
07 Jul, 2022
बरसात की रात
ताउम्र याद रहेगी मुझे वो ठिठुरती बरसात की रात,
याद तुम भी बहुत आई थी माँ उस बरसात की रात,
दस बरस की मै, अक्ल से भी न बडी न थी बहुत,
थी दिसम्बर की ठिठुरती, कंपकंपाती सी वो अंधेरी रात,
इक तरफ पानी झमाझम बरसना, आसमां में बिजली का तडकना,
जितनी बार भी चूल्हे को जलाती, उतना धुएं से ऑखों का जल जाना,
माँ तेरा न होना मुझे अंदर तक रूला रहा था उस रात,
Paperwiff
by hemlatasrivastava
07 Jul, 2022
बरसात की रात
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.