मैं मेरी नज़र में

परिवार और लेखन के नाम दिन -रात रहता है

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Ektakocharrelan
Ektakocharrelan 25 Feb, 2021 | 1 min read
#1000 poems

मेरी आंखों में सारा संसार रहता है,

दिल में सबके लिए प्यार रहता है।


हाथ मेरे उठते बस दुआ की खातिर,

परिवार और लेखन के नाम दिन -रात रहता है।


खुश रहती हूँ अपनों को खुश देख कर,

लबों पे बस मधुरता का साथ रहता है।


बच्चों संग बच्ची बन तोड़ती चांद-तारे

बुजुर्गों का  सिर पर आशीष रहता है।


जिंदगी जीने का बस यही अंदाज है,

तृप्त हूँ ,शिकन का न साथ रहता है।

एकता कोचर रेलन

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Ektakocharrelan

ektakocharrelanyw9l4

Comments

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  • Kumar Sandeep · 3 years ago last edited 3 years ago

    खूबसूरत रचना

  • Kumar Sandeep · 3 years ago last edited 3 years ago

    मैम एक अनुरोध है कृपया रचना के संग व्यक्तिगत तस्वीर न संलग्न करें

  • Ektakocharrelan · 3 years ago last edited 3 years ago

    Thanku Sandeep sure i will take care

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