जय श्री राम
रोम रोम में रमें राम ,
हर ह्रदय में आए हैं।
देख अयोध्या की खिड़की से,
रघुवर मंद -मंद मुस्काए हैं।
कितने पावन कितने निर्मल,
फूल भी हर ओर महक आये हैं।
दिएं से शोभित हर घर -आंगन ,
ईश कण-कण में समाये है।
हर्षित हर मन प्रभु श्रीराम आये हैं ,
मधुर भाव हर मन में जगाएं है।
बाट जोह रहे थे प्रभु प्रीत में कब से,
तृप्त कर मन तपन सबकी मिटाएं हैं
खुशियों के घर-घर में दीपक जलाएं हैं
प्रभु श्रीराम हर ह्रदय आएं है।
ह्रदय से नमन प्रभु वैरभाव मिटाएं है
लखन सिया संग जन को पावन करने आएं है।
एकता कोचर रेलन
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Beautiful
Jai Shri Ram 🙏
Shukriya dear sonu🌺
Shukriya sonia madaan Jai shri ram🙏
बहुत सुंदर लिखा है 👌🙏👏
Thanku shobha ji
Bahut sunder👌👌
Thanku dear vinita
Sundar
शुक्रिया बबीता जी
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