बेटियां हैं समाज की आशा

नन्ही सी गुड़िया ढेरों आशाएं, ये बाल मजदूरी तुम्हें ना भाएं।

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Ektakocharrelan
Ektakocharrelan 13 Mar, 2021 | 1 min read
Daughter Never lose hope Equality Importance Girl education

बेटियां हैं समाज की आशा

नन्ही सी गुड़िया ढेरों आशाएं,

ये बाल मजदूरी तुम्हें ना भाएं।

उड़ो उधर जिधर भी मन चाहे-

चलो सपनों में रंग भर दिखलाएं!!

     

मंजिल तुम्हारी है आगे बढना ,

खूब पढ़ना और आगे निकलना।

पोंछ लो आँसू अब ये अपने-

सच करने है अपने सब सपने!!


पंख लगा अब उड़ दिखलाओ,

लग्न से पढ़ो फिर नभ छू जाओ।

देखो भरो ना खुद में निराशा-

बेटियां हैं समाज की आशा!!


बेटा,बेटी सब एक ही समान,

अब ना कोई है अलग स्थान।

सपनों में बस रंग भर दिखलाओ-

सुनो ऐ गुड़िया! तुम चीर दो निराशा!!


एकता कोचर रेलन

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Ektakocharrelan

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Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Vinita Tomar · 3 years ago last edited 3 years ago

    सुंदर

  • Kumar Sandeep · 3 years ago last edited 3 years ago

    प्रेरणादायक कविता

  • Ektakocharrelan · 3 years ago last edited 3 years ago

    शुक्रिया विनीता जी

  • Ektakocharrelan · 3 years ago last edited 3 years ago

    संदीप अभिनन्दन आपका 🙏🌺

  • Sonia Madaan · 3 years ago last edited 3 years ago

    Well penned

  • Ektakocharrelan · 3 years ago last edited 3 years ago

    Thanku sonia ji

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