मेरे सपनों का भारत

मेरे सपनों का भारत स्वच्छ बनाना चाहती हूँ, #लिए तिरंगा हाथ में स्नेह हर अंतस में जगााना चाहती हूँ।

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Ektakocharrelan
Ektakocharrelan 15 Aug, 2020 | 1 min read

मेरे सपनों का भारत


मेरे सपनों का भारत स्वच्छ बनाना चाहती हूँ,

#लिए तिरंगा हाथ में स्नेह हरअंतस में जगााना चाहती हूँ।

हर रूह में सद्भाव लाना चाहती हूँ,

मेरे सपनों का भारत स्वच्छ बनाना चाहती हूँ।


अतिथि देवो भव बनाना चाहती हूँ,

मेरा भारत था सोने की चिड़िया वही बनाना चाहती हूँ।

#आजादी का संघर्ष हर दिल को बताना चाहती हूँ,

जुड़े रहे सब मिट्टी से नमन करे सब भारत भूमि को-

हाँ !मैं भारतीय ही रहना चाहती हूँ।


मेरे सपनों का भारत स्वच्छ बनाना चाहती हूँ,

कहने को सब अपने पाश्चात्य संस्कृति को घोल रहे लहू में!

मैं उनमें #देशभक्ति जगााना चाहती हूँ,

मेरे सपनों का भारत स्वच्छ बनाना चाहती हूँ।


लाखों लोग यहाँ बेघर है घर दिलाना चाहती हूँ,

‌लाखों है बेरोजगार हाथ न फैलाएँ कुछ भी सिखाना चाहती हूँ।

कही भूख से तड़प रहे !कहीं पकवान थाली में बच रहे!

अन्न का हर दाना व्यर्थ ना गँवाना चाहती हूँ,

मेरे सपनों का भारत स्वच्छ बनाना चाहती हूँ।


हैवानियत न रहे आँख में नज़र हर पाक बनाना चाहती हूँ

हर इंसा को मन से #फ़ौजी बनाना चाहती हूँ।

मेरे सपनों का भारत स्वच्छ बनाना चाहती हूँ।


शहीदों के #बलिदान की गाथाएँ हर दिल को बताना चाहती हूँ,

हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई का भेद मिटाना चाहती हूँ

अमन चाहती हूं शांति चाहती हूँ।

मेरे सपनों का भारत स्वच्छ बनाना चाहती हूँ


एकता कोचर रेलन

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