चीन को चेतावनी
इन आंधियों से तूफानों से हारेंगे न हम जीत जाएंगें,
लौ जलाकर अब विश्वास की देखना तुम पर विजय पाएंगें।
आक्रोश से भरा है मन तुम अपनी कूटनीतियों से न लुभा पाओगे,
अपने इन सस्ते सामानों से मेरे भारत का ह्रदय ना पिघला पाओगे।
हम त्यागते हैं तुम्हारा मोह जो क्षण- भंगुर ही तो था,
तिरस्कार कर दिया तेरा अब रुख ना तेरी ओर कर पाएंगे।
बेशक हाँ तू शामिल था हमारी जरूरतों में,
लेकिन याद रख तुझे शामिल अब नहैं कर पाएंगें।
हम सिंह बनकर ललकारते हैं आज तुझे,
तेरी घिनौनी हरकत को पंजों से कुचल जाएंगें।
काल बनकर अब तुझ से जीत जाएंगे,
तेरे क्रूर इरादों को अब ना देख पाएंगे।
हारेंगे ना इन आंधियों से तूफानों से जीत जाएंगें,
लौ जलाकर विश्वास की देखना तुम पर विजय पाएंगें।
एकता कोचर रेलन
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Very nice 👌
Thanku pragati dear
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