Ektakocharrelan
29 Nov, 2020
इंतजार
तकदीर में लिखा मिटाऊं कैसे,
मुकद्दर को रिझाऊं कैसे।
वादा कर मुकर गए कुछ अपने-
आँसू अपने दिखाऊं कैसे।
इंतजार है बस उसकी रहमत का,
झोली अपनी कही और फैलाऊं कैसे।
कभी तो जलेगा रोशनी का दिया मेरी बगिया-
सरगम दिल की बजाऊं कैसे।
तकदीर में लिखा मिटाऊं कैसे!!!!
एकता कोचर रेलन
Paperwiff
by ektakocharrelanyw9l4
29 Nov, 2020
इंतजार
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