Ektakocharrelan
24 Sep, 2020
इश्क़
इश्क़ फिर से होने लगा
कलम ने आज फिर सोने न दिया
पुकारते रहे सब मुझे
मैं मदहोश सी लिखती रही
आलम ये था लोग हंसते रहे
हम जी भर कर लिखते रहे
एकता कोचर रेलन
Paperwiff
by ektakocharrelanyw9l4
24 Sep, 2020
इश्क़
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