सभ्य समाज

हमे अपने समाज मे रहकर एक नागरिक का कर्तव्य निभाना है

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Durgesh Nandani Agnihotri
Durgesh Nandani Agnihotri 11 Oct, 2020 | 1 min read

सभ्य समाज 

बेटी से पहले बेटों को सिखाना जरूरी है,

संस्कारों की बेड़ी बेटों को पहनाना जरूरी है।

दिये  गये संस्कार बेटों को ,

बेटी बच पायेगी,

बेटों की रही झुकीं नजर,

बेटी नजर उठा चल पायेंगी, 

बेटी से पहले बेटों को सिखाना जरूरी है….

क्यू हम बेटी को रोके,

बेटे को क्यू न टोके,

कहते बेटा बेटी एक बराबर, 

 बेटी पर क्यू जोड़ी बन्दिश 

बेटी से पहले बेटों को सिखाना जरूरी है …

सभ्य समाज बनाना है,

दोनो फूल सजाना है,

थामो एक दूजे का हाथ 

जब मुश्किल मे पड़ जाये, 

जाकर सुरक्षित हाथ बढ़ाया,

बेटी से पहले बेटों को सिखाना जरूरी है …

न कोई रहजन हो

एक दूजे के बन जाये रखवाले,

फिर नयी मिशेल पेश कर जाना है

संगठित हो फिर सभ्य समाज बनाना है …

बेटी से पहले बेटों को सिखाना जरूरी है। 

#stop the rape

# paperwiff 

Nandini

स्वरचित ……..✍

Kanpur



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Durgesh Nandani Agnihotri

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