Divya Gosain
07 Jul, 2022
बरसात
वो गीले रुमाल से मेरे गालों को सहलाना,
वो मेरी हथेली को फिर हल्के से दबाना,
मेघों की गर्जन से मेरा यूं तुझ में समा जाना,
भीगे कुमकुम पर तेरी उंगलियों का स्पर्श हो जाना,
लटों को मेरी समेटकर तेरा मुझ में ही खो जाना,
"सुनो ना"
वो बरसात बहुत याद आती है,
इस बार फिर तुम इन यादों को ताज़ा कर जाना।
Paperwiff
by divyagosain
07 Jul, 2022
Microfables contest #quotes
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