धुंआ

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Dakshal Kumar Vyas
Dakshal Kumar Vyas 07 Dec, 2022 | 0 mins read
Workers College Unemployment Strees

ऐ बदलते भारत के बदलते युवा

कहाँ सड़को पर उड़ा रहे हो धुंआ


फटे छोटे कपड़े पहन कर

संस्कृति सभ्यता के चीथड़े उड़ा कर

ऐ युवा अब क्या ढकोगे देश की इज़्ज़त


शहर बदनाम अपराध से

गांव को गांव रहने न दिया


आधुनिकता के चक्कर में

आधा युग बिता दिया


ऐ बदलते भारत के बदलते युवा

अब छँटा दो अंधकार का धुंआ


दक्षल कुमार व्यास

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Dakshal Kumar Vyas

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