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Chandra
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2
मुक़ाम जिन्दगी का...
उस "मुक़ाम" पर कभी मत जाना, जो तुम्हें अपनों से दूर कर दे!! गर पहुँच भी गए उस "मुक़ाम" पर, तो अपनों को हमेशा दूर ही पाओगें!!
Paperwiff
by chandra1
Chandra chouhan
24 Jun, 2020
अब चुप ना रहो...बोल भी दो!!
चुप्पी तोड़ों,अब बोल भी दो, उन सिले लबों को,अब खोल भी दो, कब तक दिल में दबाएं बैठोगे, उन सन्नाटों के सब राज अब खोल भी दों!!
Paperwiff
by chandra1
Chandra chouhan
27 Jun, 2020
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