धरती मां करें गुहार

धरती मां करे गुहार

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Chanchal Narula Puri
Chanchal Narula Puri 07 Jan, 2020 | 1 min read

अरे बेटा यह क्या हो गया है  मुन्ने को ? आज चार रोज हो गई इसका बुखार उतरने में नहीं आ रहा है | भीमा देवी जी ने डॉक्टर साहब को कहा | डॉक्टर साहब ने 10 साल के मुन्ने को चेक किया तो कहा  मां जी इसे हैजा हुआ है यह दूषित पानी पीने की वजह से हुआ है | मैं कुछ दवाइयां लिख दे रहा हूं |आप इसका ध्यान रखिए |भीमा देवी ने अपने बेटे सुरेश को बुलाया  और पूछा  हमारे यहां  पानी दूषित कैसे हो सकता है ?हम तो हैंडपंप का ताजा पानी पीते हैं |अभी सुरेश  कुछ समझ पाता तभी  उसे रोने की आवाज सुनाइ दी | समझ नहीं पा रहा था ,यह आवाज कहां से आ रही है ? इधर-उधर तलाश करने के बाद अचानक उसको ऐसा लगा जैसे उसके नीचे जमीन से रोने की आवाज आ रही है |जैसे ही उसने झुककर कान लगाकर कहा कौन है आप ? क्यों रो रही है ? तो अंदर से आवाज आई मैं तेरी मां!! धरती मां !!!तुम मुझे अपने कुछ पैसों के फायदे के लिए निरंतर नुकसान पहुंचा रहे हो | अभी कुछ दिन पहले तूने मेरे कितने सारे प्यारे पेड़ कटवा दिए और  जमीन उस  कारखाने  के लिए किराए पर दे दी | रोजाना कितना धुआं और कितना गंद पानी निकलता है | कुछ पैसों की खातिर  मेरी उपजाऊ शक्ति को कम करता जा रहा है | कैसे एक मां को तकलीफ ना हो ?जब  उसका पैदा किया भोजन विषैला होता जा रहा है| तुम इंसान सिर्फ अपने फायदे के लिए फसल भी जल्दी पकाने के लिए न जाने कौन-कौन से केमिकल और दवाइयां मिलाने लगे हो |जिसका असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है | तुम्हारे इन सब कामों से तो धीरे-धीरे मेरा अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा |उसका हर्जाना आने वाली पीढ़ी को भुगतना पड़ेगा |आज अपने बच्चों को इस तरह परेशान देखकर नहीं रोक पाई मैं अपने आप को | कुछ करो बेटा |कुछ करो | समय रहते संभल जाओ नहीं तुम बहुत पछताना पड़ेगा | सुरेश को वाकई एहसास हुआ अपनी गलती का | हम चंद रुपयों के खातिर कितना भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं ना | फल सब्जियां कुछ भी ताजा नहीं रहा |सब में दवाइयां केमिकल  मिले हुए हैं | यहां तक कि पानी भी प्रदूषित हो गया है | मुझे कुछ करना होगा  |उसने मन ही मन निश्चय किया किया कि आज ही गांव की बैठक बुलाएगा और कुछ सोचेगा इस बारे में कि कैसे हमें अपनी धरती मां की रक्षा करनी है ?कैसे उसकी उपयोगिता को बनाए रखना है ?

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