एक से डेढ़ साल के बच्चे को थोड़ी आत्मनिर्भरता सिखाने का सही समय यही होता है| इस उम्र के बच्चे कुछ नया करना चाहते हैं| कुछ नया सीखना चाहते हैं |क्योंकि उनमें बदलाव अब नजर आने लगते हैं |बच्चे को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सबसे पहला कदम होता है उनको खुद से खाना ,खाना सिखाना|
बच्चों के नाजुक मन पर उसके आसपास के लोगों का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है |अगर घर में बड़े बच्चे हो तो छोटा बच्चा अक्सर उसकी देखा देखी सब काम खुद से करना चाहता है |नहीं तो अपने मां बाप को भी खुद से खाना खाते हुए देखकर बच्चे भी अपना खाना खुद खाने की जिद करना शुरू कर देते हैं| मां को चाहिए कि अपने बच्चे की इस पहल को दिल से स्वीकार करें| उसे रोके नहीं| गंदगी भी चिंता मत करिए |बच्चे को खुद से खाने दीजिए |शुरू में वह ज्यादा गिरआएगा ,खाएगा कम | खाना गिरने की आप चिंता मत करिए , आप थोड़ा सा धैर्य रखें| हर इंसान गिर गिर कर ही सीखता है | फिर बच्चों का तो यह शुरुआती सफर है |खुद से खाना खाने पर बच्चे को संतुष्टि प्राप्त होती है|
क्या करें :-
1- बच्चे के लिए छोटी चम्मच का प्रयोग करें |
2- बच्चों के बच्चे के लिए बाजार से विभिन्न आकार और कार्टून कैरेक्टर के चम्मच कप गिलास कटोरी प्लेट लेकर आए| उसे बच्चा खाना खाने के लिए पूरे उत्साह से खाएगा |
मां के लिए :-
मां हमेशा सतर्क रहें कि बच्चा मुंह में क्या डाल रहा है| क्योंकि बच्चे उत्सुकता वश हर चीज मुंह में डाल लेते है |किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए मां को हर वक्त चौकन्ना रहना चाहिए|
ध्यान देने योग्य बातें:-
1-बच्चे को ज्यादा गर्म खाना ना दे|
2- खाना मैश करके ही दें |
3-बच्चे को जमीन पर अच्छा व आरामदायक चटाई बिछाकर उस पर बिठाए|
4- बच्चे के कपड़ों पर छोटा सा बिब जरूर लगाएं |
आपके यह छोटे छोटे से प्रयास उन नन्हे कदमों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे|
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.