"समीर कल मैं सोच रही हूं मां से मिल आऊं| एक शहर में होकर भी छ: महीने तक मिलने नहीं जा पाती| मम्मी भी बिल्कुल अकेली हैं, दीदी दूसरे शहर हैं तो जल्दी नहीं आ सकतीं| मैं यहां रह कर भी नहीं मिलती|" सुप्रिया ने समीर को कहा|
"क्यूं क्या हुआ तुम्हारी मां को? बीमार हैं क्या?" समीर ने अपने मोबाइल में गेम खेलते हुए उत्तर दिया|
"क्यूं मां से मिलने तभी जा सकती हूं क्या जब वो बीमार हों? मां है मेरी, मुझे भी तो मिलने का मन करता है|" सुप्रिया ने समीर को नाराजगी जताते हुए कहा|
"तो इस घर में मेरी भी मां हैं, उनका खयाल कौन रखेगा? तुम चाहती हो कि वे इस उम्र में काम करें? कहीं जाने की जरूरत नहीं है|" समीर ने गुस्से से कहा|
"मेरी मां की भी उम्र हो रही है और वैसे भी एक दिन के लिए ही जा रही हूं| कल प्रिया दीदी की कॉलेज की छुट्टी है वे घर पर ही हैं|" सुप्रिया ने अपनी बात कही|
"जाओ ना, एक दिन के लिए ही क्यों! वहीं रह जाओ, वापस ही क्यूं आना? मैं अपनी मां की देखभाल कर सकता हूं|" समीर गुस्से में मुंह फेर के सो गया|
सुप्रिया की आंखो में आंसू आ गए, लेकिन इस बार वो अपना इरादा पक्का कर चुकी थी| हर बार मायके जाने के नाम से घर में ऐसे ही नाटक होते थे| कभी समीर मना कर देता कभी सुप्रिया की सास|
अगले दिन सुप्रिया ने अपना सामान पैक करना शुरू किया| सुप्रिया की सास को सुप्रिया के मायके जाने की भनक लग गई| सास ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया|
"पहले ही बोला था समीर बिन भाई की लड़की से शादी ना कर, मां के देख भाल के बहाने दस चक्कर काटेगी| अब इसकी मां के नसीब में बेटे का सुख नहीं है तो इसमें हमारी क्या गलती?"
सुप्रिया सास के पास गई और बोली "आप सही बोल रही हैं मम्मी जी, मेरी मम्मी की हम दो बेटियां ही हैं| बेटे का सुख नहीं है मेरी मम्मी को, लेकिन आपके पास तो बेटे का सुख है| तो जब तक मैं मायके से आती हूं आपका बेटा करेगा आपकी देख भाल, आप बेटे का सुख भोग लीजिए| मम्मी जी मैंने आज तक कभी आपकी सेवा में कोई कमी नहीं रखी, घर भी अच्छे से देख रही हूं| तो क्या छ: महीने में एक दिन में मां से मिलने नहीं जा सकती? शायद आप समझेंगी जब प्रिया दी की शादी हो जाएगी? खैर, अभी मैं चलती हूं, मां राह देखती होगी|"
दोस्तों, कोई भी लड़की नहीं चाहती कि वह अपने पति या सास की अनुमति के बिना अपने मायके जाए| लेकिन जब कोई आपकी बात ना समझे तो कभी कभी ना चाहते हुए भी बुरा बनाना ही पड़ता है| आपकी क्या राय है?
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