BinduPrakash
28 Nov, 2020
मजदूर का को-रोना
भाग-2
कोरोना की चपेट में आ गए हैं सभी।
ना ट्रेन की सुविधा, ना बस का
आवागमन।।
ना ऊपर वालों का रहम, ना अपनों का
सहारा।
ना देखी तपती धूप, ना देखी अंधेरी रात।।
ना देखा जंगल का भय, ना देखा नदी का
सैलाब।।
फुटपाथ को बना लिया अपना
आशियाना।
रास्ते को बना लिया अपना मंजिल।।
Paperwiff
by binduprakashshrivastava
28 Nov, 2020
Bindu prakash
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